है पावन शिव का धाम हरिद्वार भजन लिरिक्स
कल कल कल जहाँ निर्मल बहती, माँ गंगा की धार, है पावन शिव का धाम हरिद्वार, हैं पावन शिव का...
Read moreDetailsकल कल कल जहाँ निर्मल बहती, माँ गंगा की धार, है पावन शिव का धाम हरिद्वार, हैं पावन शिव का...
Read moreDetailsदेवो का देव है तू भोला भंडारी है, सारे जहाँ से तेरी महिमा न्यारी है, सारे जहाँ से तेरी महिमा...
Read moreDetailsगुणगान सुबह शाम करूँ, मैं ध्यान धरूँ तेरा, तू मेरा है मैं तेरा हूँ, और कुछ भी नहीं मेरा, किमस्त...
Read moreDetailsउज्जैनी में बाबा ने ऐसा, डमरू बजाया, मैं सुध बुध भूल आया, कितना प्यारा उज्जैनी, यहां दरबार सजाया, मैं सुध...
Read moreDetailsभोले ओ भोले आया दर पे, मेरे सिर पे, जरा हाथ तू फिरा दे, मेरे भाग्य को जगा दे।। तर्ज...
Read moreDetailsसुखी रहे जग सारा प्रभु, दुखिया रहे न कोय, ऐसी विनती हम सबकी, बाबा पूरी होय।। बल बुद्धि विद्या तेज...
Read moreDetailsमाथे पे चंदा सजाकर, अंगो में भस्मी रमाकर, अपनी जटा से, गंगा को बहाकर, बैठा है वो, भोले का रूप...
Read moreDetailsजय महाकाल जय महाकाल, जय महांकाल जय महांकाल, जो पाप ताप का हरता है, जो युग परिवर्तन करता है, माँ...
Read moreDetailsशीश गंग अर्धंग पार्वती, सदा विराजत कैलासी, नंदी भृंगी नृत्य करत है, धरत ध्यान सुर सुखरासी।। शीतल मन्द सुगन्ध पवन,...
Read moreDetailsकावड़ उठाले ध्यान, शिव का लगाले। दोहा - शिव समान दाता नहीं, विपत्ति निवारण हार, लज्जा सब की राखियों, शिव...
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