आज मिथिला नगरिया निहाल सखिया भजन लिरिक्स
आज मिथिला नगरिया निहाल सखिया, चारों दूल्हा में बड़का कमाल सखिया।। शेषमणि मोरिया कुंडल सोहे कनुआ, कारी कारी कजरारी जुल्मी...
Read moreDetailsआज मिथिला नगरिया निहाल सखिया, चारों दूल्हा में बड़का कमाल सखिया।। शेषमणि मोरिया कुंडल सोहे कनुआ, कारी कारी कजरारी जुल्मी...
Read moreDetailsबांटो बांटो मिठाई मनाओ ख़ुशी, मुंह मीठा कराओ अवधवासियों, आज वन से अवध आ रहे है प्रभु, दिप माला सजाओ...
Read moreDetailsराम जन्मभूमि पर जाकर, जीत के दीप जलाएंगे, कलयुग के रावण अब भय से, अपनी खैर मनाएंगे।। तर्ज - कलयुग...
Read moreDetailsशबरी निहारे रास्ता, आएंगे राम जी, मेरा धन्य जीवन, बनाएँगे राम जी, शबरी निहारें रास्ता।। तर्ज - मिलती है जिंदगी...
Read moreDetailsराम जी से पूछे जनकपुर की नारी, बता दा बबुआ लोगवा देत कहे गारी, बता दा बबुआ।। तोहरा से पुछु...
Read moreDetailsजरा चल के अयोध्या जी में देखो, राम सरयू नहाते मिलेंगे।। जन्मभूमि पे मंदिर बनेगा, जिसके रखवाले बजरंगबली है, अंजनीलाल...
Read moreDetailsले चल अपनी नागरिया, अवध बिहारी सांवरिया, अवध बिहारी सांवरिया, लें चल अपनी नागरिया, अवध बिहारी सांवरिया।। सरयू के तीर...
Read moreDetailsए पहुना ए ही मिथिले में रहु ना, जउने सुख बा ससुरारी में, तउने सुखवा कहूं ना, ऐ पहुना ए...
Read moreDetailsएक दिन बोले प्रभु रामचंद्र, मैं मन की बात बताता हूँ, तुम लेटे रहो हनुमान यहाँ, मैं तेरे चरण दबाता...
Read moreDetailsआज नहीं तो कल राम मिलेंगे, मेरा ये ही दावा है, तेरे सब दुख दर्द मिटेंगे, ये भी मेरा दावा...
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