लिख दो म्हारे रोम रोम में राम राम हो रमापति भजन लिरिक्स
लिख दो म्हारे रोम रोम में, राम राम हो रमापति। दोहा - संत हमारी आत्मा और, मै संतन की देह,...
Read moreDetailsलिख दो म्हारे रोम रोम में, राम राम हो रमापति। दोहा - संत हमारी आत्मा और, मै संतन की देह,...
Read moreDetailsदशरथ के राजकुमार, वन में फिरते मारे मारे, दुनिया के पालनहार, वन में फिरते मारे मारे।। थी साथ में जनक...
Read moreDetailsभजमन राम चरण सुखदाई, भजमन राम चरण सुखदाईं।। जिहि चरणन से निकसी सुरसरि, संकर जटा समाई, जटासंकरी नाम परो है,...
Read moreDetailsजिसको राम नाम रटना पसन्द है, उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है।। तर्ज - जिसके ह्रदय में राम नाम...
Read moreDetailsप्रभु जी तुम चंदन हम पानी, जाकी अंग-अंग बास समानी, प्रभु जी तुम चँदन हम पानी।। प्रभु जी तुम घन...
Read moreDetailsश्री राम से कह देना, एक बात अकेले में, रोता है भरत भैया, दिन रात अकेले में, श्रीं राम से...
Read moreDetailsमेरे लखन दुलारे बोल कछु बोल, मत भैया को रुला रे बोल कछु बोल, भैया भैया कह के, भैया भैया...
Read moreDetailsजल जाए जिव्हा पापनी, राम के बिना, राम के बिना हो भैया, राम के बिना हो भैया, श्याम के बिना,...
Read moreDetailsडाल रही वरमाला अब तो जानकी, दोहा - धनुष तोड़ा शिव जी का, श्री राम जी ने, जनक नंदनी मन...
Read moreDetailsरामा केहि विधि, आऊं मैं पास तिहारे, रामा केहि बिधि, रामा केहि बिधि।। तर्ज - यारा सिली सिली। बादल बन...
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