आई गए रघुनंदन सजवा दो द्वार द्वार
आई गए रघुनंदन, सजवा दो द्वार द्वार, स्वर्ण कलश रखवा दो, बंधवा दो बंधनवार।। तर्ज - सावन का महीना। सजी...
Read moreDetailsआई गए रघुनंदन, सजवा दो द्वार द्वार, स्वर्ण कलश रखवा दो, बंधवा दो बंधनवार।। तर्ज - सावन का महीना। सजी...
Read moreDetailsराम जी के शरण में, चले आइये, वो बनाएंगे बिगड़ी, ना घबराइये, रामजी के शरण मे, चले आइये।। जो भी...
Read moreDetailsआप मेरी आँख के हो तारे, हो राम प्राण से भी प्यारे।। देखे - भजन बिना चैन ना आये राम।...
Read moreDetailsभाव के है भूखे भगवन, सुने सब की टेर, राम जी ने, शबरी के खाए झूठे बेर।। भाव में बंधे...
Read moreDetailsआया तेरी शरण में यही सोचकर, सिंधु संसार से हम उबर जाएंगे, आपने गर हमें नाथ ठुकरा दिया, आप ही...
Read moreDetailsवह राम भक्त तुलसी, ब्रजधाम जा रहा है। दोहा - राम श्याम दोउ एक है, नहिं कछु अन्तर शेष, उनके...
Read moreDetailsजिन्हे दाम प्यारे, उन्हे दाम दे दो, मुझे राम प्यारे, मुझे राम दे दो, मुझे राम प्यारें, मुझे राम दे...
Read moreDetailsखुल जायेंगे सोए भाग मेरे, राम लला जब आएँगे, राम लला जब आयेंगे, मेरी बिगड़ी बात बनायेंगे, खुल जायेंगे सोए...
Read moreDetailsराम का गुणगान करिये, राम का गुण गान करिये, राम प्रभु की भद्रता का, सभ्यता का ध्यान धरिये, ध्यान धरिये,...
Read moreDetailsसनातन बना जगत की शान, लगे हर हिंदू बना हनुमान, प्रभु श्री राम के शासन में, मिलेगा अब सबको सम्मान,...
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