मानव ऐसी करनी कर रे पाछे लोग करे गुणगान लिरिक्स
मानव ऐसी करनी कर रे, पाछे लोग करें गुणगान। दोहा - गुजरान भलो दुख दिन पणे, कर काज अनीति कमावणो...
Read moreDetailsमानव ऐसी करनी कर रे, पाछे लोग करें गुणगान। दोहा - गुजरान भलो दुख दिन पणे, कर काज अनीति कमावणो...
Read moreDetailsमानव इतना तो कर आके, दोहा - इतिहास बने इस जीवन का, जन जीवन में कुछ तो कर रे, जन...
Read moreDetailsबीरा मत करजे रे अभिमान, पिंजरा टूटेला। दोहा - आया जहां से सेर करने, हे मुसाफिर तू यहां, सेर करके...
Read moreDetailsघायल हो गया रे, शब्दा की लागी ज्ञान कटारी रे। दोहा - माटी कितना दुख सहा, गई कुमार के पास,...
Read moreDetailsओ जी सुगना रा बीर, ओ जी लाछा रा बीर, थाने आनो पड़सी, अर्ज सुनो म्हारी हे धणिया, म्हारी आन...
Read moreDetailsमैं तो रमता जोगी राम, मेरा क्या दुनिया से काम, मैं तो रमता जोगी राम।bd। हाड़ माँस की बनी पुतलिया,...
Read moreDetailsजमे पधारो धणी रोमा, ककू केसर री गार निपाऊ, मोतियों रो सोक पुराउ, पीले पोनो री जाजम ढलाऊ, जीण पर...
Read moreDetailsअमिया झरे निराधार, धार पर संत रमे, किने केऊ मनड़ा री बात, संत कोई सांभले, अमिया झरें निराधार, धार पर...
Read moreDetailsलख लख दिवला री ए आरती, म्हारे तेजाजी रे धाम, रमती जगती ए आरती आ, खरनाल्या रे धाम।। गढ़ खरनालया...
Read moreDetailsनन्द जी रा लाला, म्हारे घरा आवो नी, म्हारो हिवडो हरखैला, थांरा दरस दिखावो नीं।। म्हे थांरा लाड लडास्यां, थांनै...
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