श्रीयादे की महिमा निराली भजन लिरिक्स
श्रीयादे की महिमा निराली, दोहा - कर में कुण्डल मन में माला, लेती हरि को नाम, ऐसी बणी भक्त मैया...
Read moreDetailsश्रीयादे की महिमा निराली, दोहा - कर में कुण्डल मन में माला, लेती हरि को नाम, ऐसी बणी भक्त मैया...
Read moreDetailsतन पे लगा मसाणी राख, दोहा - रमता जोगी भूतां संग में, जिनका धाम शमशान, गंगा धारी राख रमावे, शिव...
Read moreDetailsशक्ति व शिव जी, है वो निराकारी। दोहा - शक्ति व शिवजी, है वो निराकार, आकार बणाई कुम्हार ने, किरपा...
Read moreDetailsश्रीयादे बोलो, दोहा - संकट हरणी मंगल करणी, है मां कृपा निधान, सन्ता में तुं भगतां में तुं, और भगवत...
Read moreDetailsघड़तारी अनमोलक हंस गमायो, दोहा - मनक जुण अनमोल है, नहीं आवेली फेर, लाभ उठाले जुण का, मती गमा तुं...
Read moreDetailsनाम ले लो नारायण को, दोहा - दुनिया माहीं आने की, तुने हरि से करी अरदास, बाहर आकर तोड़ दिया,...
Read moreDetailsमन मार सूरत घर लावो, दोहा - मैं जाणु हरि दूर बसे, हरि हिरदा रे माय, आड़ी टाटी कपट री,...
Read moreDetailsसांवरिया रे मंदिर में, बाजे ओ ढोल, भगत गणा ये नाचता, ठाकुर जी का मंदिर में, बाजे वो ढोल, भगत...
Read moreDetailsमन से हंस बने मत कागा, संगत छोड़ दे खोटा की, भवसागर से तिरणो वे तो, बाह पकड़ ले मोटा...
Read moreDetailsसतगुरु जी मैं, जाऊं चरणा बलिहारी, सायब म्हारा सतगुरु जी।। तर्ज - अम्लिड़ो। सतगुरु जी, अंधियारे दीवलो करावे, ये मन...
Read moreDetails© 2024 Bhajan Diary