माने तारो सतगुरु तारो भवसागर पार उतारो
माने तारो सतगुरु तारो, भवसागर पार उतारो, भव से पार उतारो, माने शरणो लीनो थारो।। लख चौरासी में फिरता फिरता,...
Read moreDetailsमाने तारो सतगुरु तारो, भवसागर पार उतारो, भव से पार उतारो, माने शरणो लीनो थारो।। लख चौरासी में फिरता फिरता,...
Read moreDetailsसांवरा बेगो बेगो आव, थारे बिना आवड़े कोनी, क़ानूड़ो बेगो बेगो आव, थार बिना आवड़े कोनी।। मत कर बेटा रो...
Read moreDetailsकेउ सांची सुनो हमारी, पंचा को रुतबों भारी। दोहा - बैठ हताया ऊपरे, मति बोलजियो झूठ, झूठ पाप को मूल...
Read moreDetailsहरीराम जी रा पर्चा भारी, बाबो बड़ो तपधारी है, गांव झोरडो नगर बसायों, जाने दुनिया सारी है।। ब्राह्मण कुल रो...
Read moreDetailsजग में गाय माता सुखदाई, जे कोई दूध पीवे गाय को, जन्म जन्म तिर जाई।। सुर असुर ने मंथन कीना,...
Read moreDetailsहाँ जी चालो सत्संग में, दोहा - सत्संग से सुख उपज्ये, कु सत्संग गुण जाई, सत्संग के प्रताप से, काग...
Read moreDetailsखम्मा खम्मा मारा बावजी, खम्मा घणी, बोजुंदा बिराजे म्हारा, सगस धणी।। दुखिया का बाबा दुखड़ा मिटावे, खुश होके थारे जागण...
Read moreDetailsजय जय नखत तपधारी, सिद्ध आप कलयुग में अवतारी।। दादा आप हो कानू के लाला, जन्म भौम हैं आपरी चारणवाला,...
Read moreDetailsदिन उगता ही लेऊँ साँवरा, दिल स्यूं थारो नाम रे, कर दयो म्हारा सेठ साँवरा, म्हारा अटक्या काम रे, म्हारा...
Read moreDetailsघी दुधा री नदियाँ बहती, पावन भारत देश जठे, वा रे जमाना वा रे कलयुग, वे बाता है आज कठे।।...
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