विष्णु विष्णु भज रे प्राणी भवसागर ने पार करो
विष्णु विष्णु भज रे प्राणी, भवसागर ने पार करो, जीवन की नैया पार करो।। प्रातः काल उठ बेगो न्हाई, बेगो-बेगो-बेगो-बेगो...
Read moreDetailsविष्णु विष्णु भज रे प्राणी, भवसागर ने पार करो, जीवन की नैया पार करो।। प्रातः काल उठ बेगो न्हाई, बेगो-बेगो-बेगो-बेगो...
Read moreDetailsयो कालों गणों रूपालो रे, भगता रखवालों रे, म्हारो सिंगोली रो श्याम, चतुर्भुज भाला वालों रे, मारो सिंगोली रो श्याम,...
Read moreDetailsदेबारी रे दरवाजे माय, घाटा वाली मैया। दोहा - मेवाड़ मुल्क रे मायने, थारो रूडो सज्यो दरबार, अरज शाम्भलो धणियाणी,...
Read moreDetailsअमृत नीका कहे सब कोई, पीये बिना अमर नहीं होई।। कोई कहै अमृत बसै पाताला, नाग लोग क्यों ग्रासै काला,...
Read moreDetailsहो भगता नाचों गावों रे, ठाकुर जी ने रिजाओ रे, मेलो सिंगोली रो आयो, भगता नाचों गावों रे।। जोर शोर...
Read moreDetailsमारी डूबतड़ी नैया ने, पार लगाओ जी, मंडफिया वाला सेठ सांवरा, म्हारी अटक्यौडी गाड़ी ने, मंडफिया वाला सेठ सांवरा मारा...
Read moreDetailsसांवरिया अब तो थे नालो, ओ साँवरिया अब तो थे नालो, भगता पे विपदा आई है, अब तो थे आवो,...
Read moreDetailsहे दशरथ नन्दन राम, माँ कौशल्या के राम।। तर्ज - होंठों से छू। अयोध्या विराजे आप, हम सबका करो कल्याण,...
Read moreDetailsरुणीजा री धरती में कोई, ढोल नगाड़ा बाजे रे, जागण जागे रे सारी रात रा।। लीले री असवारी बाबा, रामदेव...
Read moreDetailsभुत बावजी इतिहास, दोहा - मेवाड़ धरा सुरावीरा री, निवण करूं बारंबार, कण कण सु सुरा जन्मिया, या धरती हे...
Read moreDetails© 2016-2025 Bhajan Diary