एक हरि अंश ब्रह्मा रूप भले पाया विश्वकर्मा जी भजन लिरिक्स
एक हरि अंश ब्रह्मा रूप भले पाया, हो विश्वकर्मा जी बनकर, आप धरण पर आया, ओ हरि कियो निर्माण रो...
Read moreDetailsएक हरि अंश ब्रह्मा रूप भले पाया, हो विश्वकर्मा जी बनकर, आप धरण पर आया, ओ हरि कियो निर्माण रो...
Read moreDetailsइसका भेद बता म्हारा अभ्दु, सब्द करणी करिये क्यूं, डाली भूल जगत रे माई, जहां देखूँ वहां तू रो तू।।...
Read moreDetailsमत बण दास लुगाई को, दोहा - संसार सागर है अगर, माता पिता ऐक न्याव है, जिसने दुखाई आत्मा, वो...
Read moreDetailsतेरे इश्क में प्यारे, बदनाम हो चुका हूं, बदनाम हो चुका हूं, अब तो दीदार दिखा दे, मैं तेरा हो...
Read moreDetailsबाग ने बगीची दोयर, बावड़ी सांवरिया मारा रे राई, चंपेली रा फूल, बांसुरी भुलाए जुनी, जुनी द्वारका है राधा रानी,...
Read moreDetailsभक्ता रो कॉल निभानो पड़सी, अंजनी रा लाल थाने आणो पड़सी, अंजनी रा लाल थाने आणो पड़सी।। कदस्यु बुलाऊँ बाबा,...
Read moreDetailsरूण झुण बाजे घुँघरा, कोई रूण झुण बाजे घुघरा, घोड़े रा बाजे पोड़ जी, लीले री असवारी आवे, आवे रामा...
Read moreDetailsमत दीजो टाळो गुरूजी, दोहा - नाम जपु गुरुदेव को, पार ब्रह्म परमात, बार-बार विनती करू, गुरु कृपा कीजिए आप।...
Read moreDetailsओढ़ चुनर मैं तो गई रे सतसंग में, साँवरियो भिगोई म्हने, गहरा गहरा रंग में, साँवरियो भिगोई म्हने, गहरा गहरा...
Read moreDetailsहिलमिल के सजन सत्संग करिये, सत्संग करिये भव से तिरिये, हिलमिल के सजन सत्संग करिए, सत्संग करिये भव से तिरिये।।...
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