रुणीजा री धरती में कोई ढोल नगाड़ा बाजे रे
रुणीजा री धरती में कोई, ढोल नगाड़ा बाजे रे, जागण जागे रे सारी रात रा।। लीले री असवारी बाबा, रामदेव...
Read moreDetailsरुणीजा री धरती में कोई, ढोल नगाड़ा बाजे रे, जागण जागे रे सारी रात रा।। लीले री असवारी बाबा, रामदेव...
Read moreDetailsभुत बावजी इतिहास, दोहा - मेवाड़ धरा सुरावीरा री, निवण करूं बारंबार, कण कण सु सुरा जन्मिया, या धरती हे...
Read moreDetailsमन में मारे मण्डफिया नगरी, दिल में मारो सांवरो, सारी दुनिया को सेठ, गाया को ग्वालियो।। फाइल पेंडिग में पड्योडी,...
Read moreDetailsमोल तोल नहीं है भजना में, भक्ति करें भगवान की, शब्दा को ये अर्थ नहीं जाणे, असी भक्ति कई काम...
Read moreDetailsउड़ उड़ चाल्या बजरंग बाला, गया संजीवन लावा ने, रामचंद्र का काज सरावा, लक्ष्मण प्राण बचावा ने।। रघुकुल रीत निभावन...
Read moreDetailsआई अमावस हैलो देवे मारो श्याम, जाणो है जाणो माने सिंगोली री धाम।। रात सुपने में मारा श्याम जी पधार्या,...
Read moreDetailsकान्हा तने हिवड़ा में राखूली, रे बन जा हार नगीना को, हार नगीना को बनजा, हर नगीना को, कान्हा तन...
Read moreDetailsओ मारी मैया सुणलो मारे, काली गाड़ी लाणी जी। शेरा पे सवार मैया, भक्ता री रखवाल मैया, घाटा में दरबार,...
Read moreDetailsचालो भक्तो चालो, कुम्भ मेला माय, साधु सन्तों रा दर्शन पावसा।। गंगा जमुना सरस्वती, चालें एकण धार, त्रिवेणी संगम नाहवसो।।...
Read moreDetailsथाने नमो नमो गुरू दरिया, थारी शरण किता जीव तिरिया।। तुम ऐसा भगत उजीरा, जैसे बप घर दास कबीरा, तुम...
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