करो अलख री आरतियाँ चौसठ जोगण नगर पूरबे लिरिक्स
करो अलख री आरतियाँ, सतजुग में प्रह्लादो जी सिद्दा, पाँच करोड़ लेने वे तिरिया, ले होली होमण ने बैठा, अगन...
Read moreDetailsकरो अलख री आरतियाँ, सतजुग में प्रह्लादो जी सिद्दा, पाँच करोड़ लेने वे तिरिया, ले होली होमण ने बैठा, अगन...
Read moreDetailsगुरू दुनिया म लाग किरायो, राम निरज गाड़ी पाया, देखो मारा सतगुरु रेल चलाया, देखो मारा सदगुरु रेल चलाया।। सदगुरु...
Read moreDetailsसतगुरु देवा जी, सुण ल्यो म्हारी विनती, मैं दु:खी बड़ो बेहाल, पिलाओ ज्ञान जड़ी।। कर्म उपासना ओ, किया मैं बहु...
Read moreDetailsम्हारी बाण माता धनियाणी, मोटो देवरो माँ, देवलिया में बोले मीठा मोर माँ, म्हारी अम्बे माँ धनियाणी, मोटो देवरो माँ।।...
Read moreDetailsधार रे अवतार गुरु आविया, मेटी म्हारे दुखडा री खाण, दे उपदेश गुरू पार क्या भव से, हो पृगट बताई...
Read moreDetailsसाधों भाई हरदम हरि को हेरो, हरदम हेर देर मत कीजे, मिटे चौरासी रो फेरो।। सर्व जगत जुगत नहीं जाणे,...
Read moreDetailsधिन माता धिन धरती ए, तन कदे न देखी फिरती ए, बड़ा बड़ा नर गीटगी ए, तन कदे न देखी...
Read moreDetailsमनवा तू दुःख पासी रे, जिवड़ा तू दुःख पासी रे, लियो ना हरी को नाम, साथे थार काई ले जासी...
Read moreDetailsदेखो री रावलियो जोगी, द्वारे तुम्हारे आयो री, द्वारे तुम्हारे आयो री, ओ रामा द्वारे तुम्हारे आयो री, ओढ बाघाम्बर...
Read moreDetailsजद अजमल जी होता बाजिया, तब मालिक थारो भजन कियो, करणी रे काज गोविंद घर आया, आय रणुजे अवतार लियो,...
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