वन में चले रघुराई संग उनके सीता माई भजन लिरिक्स
वन में चले रघुराई, संग उनके सीता माई, राजा जनक की जाई, राजा जनक की जाई।। तर्ज – दिल में तुझे बिठाके। आगे …
Prakash Mali Bhajan Lyrics
वन में चले रघुराई, संग उनके सीता माई, राजा जनक की जाई, राजा जनक की जाई।। तर्ज – दिल में तुझे बिठाके। आगे …
पर घर प्रीत मत कीजे, छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा, पर घर प्रीत मत कीजे, पर घर प्रीत मत कीजे, पराई नार …
चौसठ जोगणी रे भवानी, देवलिये रमजाय घूमर घालणि रे भवानी, देवलिये रमजाय।। श्लोक देवा में देवी बड़ी, और बड़ी जगदम्बे माय, लज्जा मोरी राखियो, …
राम मेरे घर आना, दोहा – चित्रकूट के घाट पर, भई संतन की भीड़, तुलसीदास चन्दन घिसे, तिलक करे रघुवीर।। चित्रकूट के घाट …
खम्मा खम्मा हो रामा रुणिचे रा धणिया, श्लोक – बाज रहया है तंदूरा, बाबा रे दरबार, खम्मा खम्मा गावे है, झांजर री झंकार।। …
भजना मे जावा कोनी दे, सतसंग मे जावा को नी दे, जम्बुला मे जावा को नी दे, अछि रे परनाई रावल, देस में …