भूत पिशाच निकट नहीं आवे सब संकट टल जाये लख्खा जी भजन लिरिक्स
भूत पिशाच निकट नहीं आवे, सब संकट टल जाये, पढ़ो हनुमान चालीसा।। तर्ज - मिलो ना तुम तो। जो कोई...
Read moreDetailsभूत पिशाच निकट नहीं आवे, सब संकट टल जाये, पढ़ो हनुमान चालीसा।। तर्ज - मिलो ना तुम तो। जो कोई...
Read moreDetailsबिना लक्ष्मण के है जग सुना सुना, श्लोक - मूर्छित हुए जब लखनलाल रण में, लगी चोट रघुवर के तब...
Read moreDetailsनित महिमा मैं गाउँ मैया तेरी, और क्या माँगू मैं तुमसे माता, बस धूल चरण की चाहूँ, पल पल याद...
Read moreDetailsशिव की नजरो में वो स्मार्ट है, श्लोक - याद क्यूँ करता नहीं ऐ बावरे मन में, राम थे भगवान...
Read moreDetailsमेरी विपदा टाल दो आकर, हे जग जननी माता।। तर्ज - मेरे नैना सावन भादो तू वरदानी है, आद भवानी है,...
Read moreDetailsमैं तो दीवाना भोले का दीवाना, फिरता था एक पागल सड़को पे मारा मारा, फिरता था एक पागल सड़को पे...
Read moreDetailsइक काँधे पे लखन विराजे दूजे पर रघुवीर, वीर बलि महावीर हरी तुमने भक्तों की पीर, सिया राम के भजन...
Read moreDetailsमाँ वीणा पाणी हो, विद्या वरदानी हो, मेहरो वाली हो, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, अपने भक्तो...
Read moreDetailsबस यही लिख दे माँ लिख दे, तक़दीर में मेरी, ऐ माँ मैं रहूँ सदा सेवा में तेरी।। शाम सवेरे...
Read moreDetailsजयपुर से लाई मैं तो, चुनरी रंगवाई के, गोटा किनारी अपने, हाथो लगवाई के, मैया को ओढ़ाउंगी, द्वारे पे जाइके।।...
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