गोकुल का कृष्ण कन्हैया सारे जग से निराला है भजन लिरिक्स
गोकुल का कृष्ण कन्हैया, सारे जग से निराला है, सांवली सुरतीया है, और मोर मुकुट वाला है, गोकुल का कृष्ण...
Read moreDetailsगोकुल का कृष्ण कन्हैया, सारे जग से निराला है, सांवली सुरतीया है, और मोर मुकुट वाला है, गोकुल का कृष्ण...
Read moreDetailsसबसे पहले तुम्हे मनाऊँ, दोहा - प्रथमे गौरा जी को वंदना, द्वितीये आदि गणेश, त्रितिये सीमरु शारदा, मेरे कण्ठ करो...
Read moreDetailsगजानंद महाराज पधारो, कीर्तन की तैयारी है। तर्ज - फुल तुम्हे भेजा है ख़त मे। - श्लोक - प्रथम मनाये गणेश...
Read moreDetailsदे दे थोड़ा प्यार मैया, तेरा क्या घट जायेगा, ये बालक भी तर जायेगा, दे दे थोड़ा प्यार।। तर्ज -...
Read moreDetailsतूने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये, ज्योता वालिये, पहाड़ा वालिये, मेहरा वालिये, तुने मुझे बुलाया...
Read moreDetailsआ लौट के आजा हनुमान, तुझे तेरे राम बुलाते है, लक्ष्मण के बचा ले प्राण, लक्ष्मण के बचा ले प्राण,...
Read moreDetailsओ कान्हा अब तो मुरली की, ओ कान्हा, अब तो मुरली की, मधुर सुना दो तान, मैं हूँ तेरी प्रेम...
Read moreDetailsएक बार तो राधा बनकर देखो मेरे सांवरियां, - दोहा- जो मै ऐसा जानती, प्रीत करे दुख होय, नगर ढिंढोरा पीटती,...
Read moreDetailsतुम अगर बक्श देने का वादा करो, मै सदा आपके गीत गाया करूँ।। तर्ज - तुम अगर साथ देने का।...
Read moreDetailsमेरे सतगुरू तेरी नौकरी, सबसे बढ़िया है सबसे खरी।। तर्ज-जिंदगी की ना टूटे लड़ी। मेरे सतगूरू तेरी नौकरी, सबसे बढ़िया...
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