ले तो आए हो कान्हा गोकुल के गांव में भजन लिरिक्स
ले तो आए हो कान्हा, गोकुल के गांव में। दोहा - कहते है जिसको श्याम, वो आनंद कंद है, और...
Read moreDetailsले तो आए हो कान्हा, गोकुल के गांव में। दोहा - कहते है जिसको श्याम, वो आनंद कंद है, और...
Read moreDetailsजबसे बुलावा माँ का पाया, तबसे मनवा मेरा हर्षाया, मैया के चरणों में शीश झुकाने, दौड़ा आया, माँ के दर्शन...
Read moreDetailsतेरा दरबार हमनें सजाया है माँ, तुमको बुलाया है माँ, ये बता दो बता दो, ये बता दो पूजा में...
Read moreDetailsअपनी ममता की शरण में ले लो माँ, तर्ज - दूल्हे का सेहरा। दोहा - फिज़ाओ की हवा कह रही...
Read moreDetailsशेरावाली करती बेड़ा पार है, दोहा - शहनाइयों की सदा कह रही है, ख़ुशी की मुबारक वो घडी आ गई...
Read moreDetailsसालासर में बाबा का जो, दरबार ना होता, हम भक्तों का फिर बेड़ा, कभी भी पार ना होता।। तर्ज -...
Read moreDetailsइस धरती पर स्वर्ग से सुन्दर, है तेरा दरबार। तर्ज - स्वर्ग से सुन्दर सपनो से। दोहा - कोई काशी...
Read moreDetailsमेरे ब्रज की माटी चंदन है, गुणवान सभी कहते है, ब्रज के राजा यशोदानन्दन, गिरधारी जहाँ रहते है, मेरे ब्रज...
Read moreDetailsरहती है हरदम सिंह पे सवार, नैनो से झलके ममता और प्यार, बड़ी वरदानी है मेरी अम्बे माँ, पर्वतो की...
Read moreDetailsमेरी मैया, मैया, मेरी मात रे, माता तुझको चढ़ाऊँ चोला लाल रे, चोला लाल रे, ओ मेरी मैया, मेरी मात...
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