जा काया नहीं है तेरी काहे करे मेरी और तेरी
जा काया नहीं है तेरी, दोहा - प्यास लगती है तो, पनघट की याद आती है, लाज लगती है तो,...
Read moreDetailsजा काया नहीं है तेरी, दोहा - प्यास लगती है तो, पनघट की याद आती है, लाज लगती है तो,...
Read moreDetailsकाहे करता तू खुद पे, गुमान बावरे। दोहा - यहाँ अटल नियम, उस दाता के, यहाँ चले नहीं मनमानी है,...
Read moreDetailsहरि भजन को कल पर छोड़ा, ये साँस निकल गई रे, उमरिया धोखा दे गई रे, उमरिया धोखा दे गयी...
Read moreDetailsराम रतन धन कमाया ना तूने, तो माया के धन में क्या रखा है, माया के धन में क्या रखा...
Read moreDetailsहरि सुमिरन में मन को लगाले, दोहा - वो तो फूटे हुए, भाग्य जगाते है, वो जो बिगड़े हुए, काज...
Read moreDetailsदयावान प्रभु को, भुला देने वाले, आखिर तेरा क्या, ठिकाना बनेगा, आएगा जब रे, बुलावा वहां से कोई न कोई...
Read moreDetailsनाम हरि का जप ले बन्दे, फिर पीछे पछतायेगा।। देखे - रट ले हरि का नाम। तू कहता है मेरी...
Read moreDetailsलाखों की थारी जिंदगी रे, ओ बीरा रे एक कौड़ी में गमायी, छोड़ी ने हीरो लाख को रे, ओ बीरा...
Read moreDetailsजरा सोच समझ इस दुनिया में, क्या लाया क्या ले जाएगा, जो मिला तुझे बस यही मिला, और यहीं पे...
Read moreDetailsअनमोल समय तेरा, ना व्यर्थ गवा देना, ये मिले तुझे ना फिर, ये मिले तुझे ना फिर, चाहे उम्र बिता...
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