भगत सोमा जी ने भगवत मिलिया,
हो मीलग्या कृष्ण मुरारी हा,
भोलो भगत वंचना में बांधकर,
भोलो भगत बचंना मे लेयकर,
लार चालरीयो मारी हो,
नट नट थाकीयाँ कृष्ण मुरारी हा।।
अरे मथुरा छोड के जावे सावरो,
दुवारिका पुरा बसावे भारी हा,
घर सेती सोमा जी जावे,
घर सेती सोमा जी हो,
बरजे क्रिशन मुरारी,
नट नट थाकीयाँ कृष्ण मुरारी हा।।
अरे अणदुई लरडी़याँ सोमा भगतजी के,
जीयामेतो बीयावर डारी हा,
धोला चादरा की झोली माण्डली,
हो बचीया तो झोलीमे डारी हो,
नट नट थाकीयाँ कृष्ण मुरारी हा।।
अरे बूडी माँता सोमा भगत जी के,
माँ भी सुर्ग सिधारी हा हा,
माता ने भी बचीयाँ भेले हो,
लेर झोली माहीने डारी,
नट नट थाकीयाँ कृष्ण मुरारी हा।।
अरे नौ दिन तक प्रभु के लारे,
चालीयाँ माँता ने नही जाली हा हा,
नौ दिन फचे माँवड़ली को,
हो दागं करायो बनवारी हो,
नट नट थाकीयाँ कृष्ण मुरारी हा।।
अरे तिन घडी़ को तिजो करायो,
नाई की बात बिचारी हा हा,
बारा दिनको कीदो बारवो,
हो जीमे पंच जीमाया भारी,
हो नट नट थाकीयाँ कृष्ण मुरारी हा।।
अरे भगत प्रभु के लारे जावे,
करी बैकुन्टा की तयाँरी हा हा,
मेरी करीया पे चालज्यो गाडरीयाँ,
नही तो थाने सोगंन होसी भारी,
नट नट थाकीयाँ कृष्ण मुरारी हा।।
अरे मगनीराम लीखीयो गाँव लोडा़ मुआ,
पिता पोखर जी गाडरी हा हा,
भगत सोमाजी जाती धनगर गाडरी मे,
वाके कुल जन्मियाँ री हो,
नट नट थाकीयाँ कृष्ण मुरारी हा।।
भगत सोमा जी ने भगवत मिलिया,
हो मीलग्या कृष्ण मुरारी हा,
भोलो भगत वंचना में बांधकर,
भोलो भगत बचंना मे लेयकर,
लार चालरीयो मारी हो,
नट नट थाकीयाँ कृष्ण मुरारी हा।।
लेखक / गायक – सिगर मगनीराम गाडरी।
महुआ खुर्द भीलवाडा़ (राज.)
मो. – 9680818193