एक हार गुलाब का लायी हूँ बाबोसा तेरे दरबार में लिरिक्स
एक हार गुलाब का लायी हूँ, बाबोसा तेरे दरबार में, तेरे दर्शन को मैं आई हूँ, संग ले सारा परिवार...
एक हार गुलाब का लायी हूँ, बाबोसा तेरे दरबार में, तेरे दर्शन को मैं आई हूँ, संग ले सारा परिवार...
गलियां जरा सजा दो, महाकाल आ रहे है। दोहा - महाकाल की सवारी, निकली भ्रमण को आज, राहें जरा सजा...
सजा है प्यारा दरबार बाबा का, भक्तों ने मिलकर के किया है, श्रृंगार बाबा का, सजा हैं प्यारा दरबार बाबा...
भज ले प्राणी रे अज्ञानी, दो दिन की जिंदगानी, वृथा क्यों भटक रहा है, वृथा क्यों भटक रहा है, झूठी...
तेरा जादू भोले बाबा, ऐसा सर पे छा गया, मैं फिर से हरिद्वार में आ गया, मैं फिर से हरिद्वार...
तकदीर वाले है वो, जो माँ की करे भक्ति, भगवान मिल जाते, पर माँ नही मिलती।। देखे - तेरी तुलना...
मेरी अखियां तरसी सांवरे, तेरा दीदार पाने को, मैं दास दीवाना तेरा, दिखा दूंगा ज़माने को, मेरी अखियां तरसी साँवरे,...
जिनके सिर पर हाथ हो इनका, क्या बिगाड़े काल, छोड़ जगत के फंदे बन्दे, भज ले बस महाकाल, महाकाल महाकाल...
मेरे सांवरे मुझको, वृंदावन बुला लो, वृंदावन बुला लो कान्हा, वृंदावन बुला लो, मेरे साँवरे मुझको, वृंदावन बुला लो, एक...
हम है तेरे बस तेरे रहेंगे, नाम तेरा ही जपते रहेंगे, मेरे राधा रमण, प्यारे राधा रमण, सदा चरणों में...
© 2024 Bhajan Diary