तेरे नाम का सुमिरन करके मेरे मन में सुख भर आया लिरिक्स
तेरे नाम का सुमिरन करके, मेरे मन में सुख भर आया, तेरी कृपा को मैंने पाया, तेरी दया को मैंने...
तेरे नाम का सुमिरन करके, मेरे मन में सुख भर आया, तेरी कृपा को मैंने पाया, तेरी दया को मैंने...
बीरा दो दिन को मेहमान, आखिर जाना पड़ेला रे।। दुर्लभ जन्म अमोलक भाय, कर कुछ पुरुषार्थ चित लाय, क्यों तन...
भया मैं सतगुरु का बंदा, दोहा - सेवक कुंभ कुम्हार गुरु, गढ़ गढ़ खाडे खोट, रज्जब अंदर रक्षा करें, बाहर...
कई पंखा ढुला रियो छाया में, रामजी ने भूल गयो माया में।। कलंग कामणी को रस थु भोग्यो, विषय वासना...
बेरी तू राम भजेलो कब रे, दोहा - गोरे गोरे तन पे तू, बावरे गुमान करे, रंग सो पतंग तेरे,...
तुम्हीं में ये जीवन, जिए जा रहा हूँ, जो कुछ दे रहे हो, लिए जा रहा हूँ, तुम्ही में ये...
रे मन हरि सुमिरन कर लीजे, हरी को नाम प्रेम सो जपिये, हरी रस रसना पीजे, रे मन हरि सुमिरण...
मोर मुकुट और तिलक विशाला, पग पैजनी बैजंती माला।। पूरण ब्रम्ह सकल अविनाशी, मंगल मूरत वो सुख राशि, श्याम वरण...
सुआ बोल राम की वाणी, दोहा - कुंजर मद मस्त मरे तो मारिए, कामनी कनक कलेश टले तो टालिए, हरि...
राम भजन करले रे म्हारा मनवा, दोहा - लोभ सदा जिनके धन को जन, सो निश्वासर दाम भजे, भोग इच्छा...
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