कोई नहीं मात पिता के समान भजन लिरिक्स
कोई नहीं मात पिता के समान, जिनको भूल के हरि को ढूंढे, जिनको भूल के हरि को ढूंढे, है कैसा...
कोई नहीं मात पिता के समान, जिनको भूल के हरि को ढूंढे, जिनको भूल के हरि को ढूंढे, है कैसा...
चारो धाम है मात पिता रे, चरणों में है भाया रे, फिर क्यों मंदिर फिरो भटकता, मात पिता री करो...
ऐ कान्हा तेरा रूप निहारे, बिना ना आता चैन रे, कजरारे तेरे नैन रे, मतवारे तेरे नैन रे, चाहु मैं...
अरे रे तेरे खेल निराले, भेरू जी नाकोड़ा वाले, कलयुग में दादा मशहूर तू, सच्चा है तू सच्चा तेरा दरबार,...
दादा पितर मेरे चाल्या आइए, तेरे पोते का कहण पुगाइए, वस्त्र तेरे ल्या राखे सैं, ले ले पगड़ी सर पै...
सांची सांची बात कह गया, म्हारा गुरुदेव जी, ले गया ले गया वो कुण, धन माया साथ जी।। झुठे जग...
झूम झूम नाचे देखो बजरंग बाला, बजरंग बाला, श्री राम का सेवक माँ अंजनी का लाला, जिसने रावण को डराया,...
फिलहाल जन्म में मैंने, इतना कर्म कमाया है, मेरी माँ ने मुझको, खाटू का रस्ता दिखाया है।। चंदन है यहां...
फागुण का महीना, मेरे रुकते नहीं है पांव, चला रे चला रे मैं चला रे, अपने सांवरिया के गांव।। तर्ज...
जिस दिन भी बाबा तेरे, भजन मैं ना गाऊं, भजन मैं ना गाऊ बाबा, तुझे ना रिझाऊं, ऐसा दिन बाबा...
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