आओ श्याम के द्वार,
और दिल से करो पुकार,
है सच्चा ये दरबार,
किसी को ना नहीं करता,
ये सबकी झोली है भरता।bd।
तर्ज – ना कजरे की धार।
श्री श्याम की जपले माला,
तेरा श्याम बने रखवाला,
रे मनवा क्यों घबराए,
तेरे साथ है खाटू वाला,
तू कहेगा वो मिलेगा,
तू कहेगा वो मिलेगा,
तुझे जो भी है दरकार,
आओं श्याम के द्वार,
और दिल से करो पुकार,
है सच्चा ये दरबार,
किसी को ना नहीं करता,
ये सबकी झोली है भरता।bd।
जो हार के जग से आता,
उसे चरणों से लिपटाता,
किसी दुखियारे के आंसू,
मेरा श्याम देख नहीं पाता,
दुख सारे प्रभु टारे,
दुख सारे प्रभु टारे,
और खूब करे उसे प्यार,
आओं श्याम के द्वार,
और दिल से करो पुकार,
है सच्चा ये दरबार,
किसी को ना नहीं करता,
ये सबकी झोली है भरता।bd।
है ग्रह नक्षत्र भी सारे,
इनके दरबार के चाकर,
ये शांत बैठ जाते है,
श्री श्याम इशारा पाकर,
लेखे जोखे श्याम देखे,
लेखे जोखे श्याम देखे,
मत इनका करो विचार,
आओं श्याम के द्वार,
और दिल से करो पुकार,
है सच्चा ये दरबार,
किसी को ना नहीं करता,
ये सबकी झोली है भरता।bd।
जो करता प्रेम है सच्चा,
वो लगता श्याम को अच्छा,
उसे जी भर लाड लड़ाता,
जैसे हो प्यारा बच्चा,
‘बिन्नू’ उसका श्याम अपने,
‘बिन्नू’ उसका श्याम अपने,
हाथों से करे सिणगार,
आओं श्याम के द्वार,
और दिल से करो पुकार,
है सच्चा ये दरबार,
किसी को ना नहीं करता,
ये सबकी झोली है भरता।bd।
आओ श्याम के द्वार,
और दिल से करो पुकार,
है सच्चा ये दरबार,
किसी को ना नहीं करता,
ये सबकी झोली है भरता।bd।
Singer – Rishika Thakur
Lyrics – Binnu Ji







