सेठ बड़े तुम सांवरा,
मैं निर्धन कंगाल,
यारी हमारी तुम्हारी,
बनके रहेगी मिसाल,
हो बनके रहेगी मिसाल।।
तर्ज – क्या करते थे साजना।
काम तेरा गिरते को उठाना,
हम जैसों की लाज बचाना,
बनके सुदामा आया हूँ मैं,
भेंट आंसूओं की लाया हूँ मैं,
पोछोगे गर ना ये आंसु,
दुनिया करेगी सवाल,
हो दुनिया करेगी सवाल,
सेठ बड़े तुम सांवरे,
मैं निर्धन कंगाल,
बनके रहेगी मिसाल,
हो बनके रहेगी मिसाल।bd।
तुम्हें ना सुनाऊँ तो किसको सुनाऊँ,
घायल दिल क्या चीर दिखाऊ,
दर पे तुम्हारे कब से खड़ा हूँ,
कभी तो सुनोगे जिद पे अड़ा हूँ,
पत्थर दिल भी ना बनो तुम,
मना के रहूँगा हर हाल,
हो मना के रहूँगा हर हाल,
सेठ बड़े तुम सांवरे,
मैं निर्धन कंगाल,
बनके रहेगी मिसाल,
हो बनके रहेगी मिसाल।।
सदियों पुराना ये सिलसिला है,
दर पे तुम्हारे सबको मिला है,
रीत निभादो आज वही फिर,
फिर नहीं जाना वादे से तुम फिर,
हारे के तुम हो सहारे,
कहते है सभी बार बार,
हो कहते है सभी बार बार,
सेठ बड़े तुम सांवरे,
मैं निर्धन कंगाल,
बनके रहेगी मिसाल,
हो बनके रहेगी मिसाल।bd।
सेठ बड़े तुम सांवरा,
मैं निर्धन कंगाल,
यारी हमारी तुम्हारी,
बनके रहेगी मिसाल,
हो बनके रहेगी मिसाल।।
स्वर – मुकेश बागड़ा जी।
प्रेषक – मनीष महाराज।








