बीरो सा आया भरण ने मायरो,
मायरो मायरो,
ओ सुनकर म्हारे मन की,
करुण पुकार बीरो सा,
आया भरण ने मायरो।।
ओ म्हारी नानी बाई को,
आया मायरो,
मायरो मायरो,
ओ म्हारो सांवल भइयों,
आया थारे द्वार बीरो सा,
आया भरण ने मायरो।।
बीरो सा छप्पन करोड़ को,
लाया मायरो,
मायरो मायरो,
ओ ल्याया ल्याया रे,
माया अपरंपार बीरो सा,
आया भरण ने मायरो।।
बीरो सा आया भरण ने मायरो,
मायरो मायरो,
ओ सुनकर म्हारे मन की,
करुण पुकार बीरो सा,
आया भरण ने मायरो।।
स्वर – त्रिवेणी स्वरी जी।
9479417323








