गौरा लाल मनाना सै,
शंकर लाल रिझाना सै,
करदे सफल कीर्तन आज,
गौरा लाल मनाना स।।
जद भी कीर्तन कोई करावै,
सबसै पहल्यां तनै ध्यावै,
बिगड़या बनजै सबका काज,
बेड़ा पार लगाना सै,
करदे सफल कीर्तन आज,
गौरा लाल मनाना स।।
कोई लड्डूअन का भोग लगावै,
मोदक भर भर थाल सजावै,
होकै मुसै पै असवार,
आकै भोग लगाना सै,
करदे सफल कीर्तन आज,
गौरा लाल मनाना स।।
कानन कुण्डल मुकुट विशाला,
विघ्न विनाशक सूंड सुन्डाला,
भक्तां को यो मन रो भाव,
भारत आप सुनाना सै,
करदे सफल कीर्तन आज,
गौरा लाल मनाना स।।
गौरा लाल मनाना सै,
शंकर लाल रिझाना सै,
करदे सफल कीर्तन आज,
गौरा लाल मनाना स।।
गायक – भारत तिवाड़ी।
9990917547








