सबसे पहले ओ मेरे दादा,
करता हूं गुणगान तेरा,
गाम नगर में बसने आले,
मैं क्यूकर भूलूं श्यान तेरा।।
तेरी रहमत त मेरे दादा,
गाम नगर यू बसया करै,
तेरे जैसे देव दयालु,
सब प कृपा करया करै,
हाथ शीश प धरया करै,
जो धरता दादा ध्यान तेरा,
गाम नगर में बसने आले,
मैं क्यूकर भूलूं श्यान तेरा।।
सारे जग म हो मेरे दादा,
ना तुझ सा बलकारी स,
सब तै ऊंची हो मेरे दादा,
तेरी ध्वजा लहरारी स,
तेरी महिमा सबसे न्यारी स,
सब देव करै सम्मान तेरा,
गाम नगर में बसने आले,
मैं क्यूकर भूलूं श्यान तेरा।।
जिस प तेरी दया हो दादा,
उसकी नैया तिरया करै,
जिसका रूस जा दादा खेड़ा,
वा तो दर दर फिरया करै,
ना दादा के बिन सरया करै,
यू ऐसा है भगवान मेरा,
गाम नगर में बसने आले,
मैं क्यूकर भूलूं श्यान तेरा।।
गुरु राजेन्द्र न्यू कहै दादा,
जगमग जगती ज्योत तेरी,
सुनील कुमार भी हो मेरे दादा,
आणा पड़या स शरण तेरी,
तनै गाम लदाणा प मेहर करी,
दादा पुरा करया अरमान मेरा,
गाम नगर में बसने आले,
मैं क्यूकर भूलूं श्यान तेरा।।
सबसे पहले ओ मेरे दादा,
करता हूं गुणगान तेरा,
गाम नगर में बसने आले,
मैं क्यूकर भूलूं श्यान तेरा।।
लेखक & गायक – सुनील कुमार लदानियां।
99961-23336








