थारो काई बिगड़ेला मारा सांवरा,
थारा दर्शन भोला,
भक्त ने दीजो मारा सांवरा।।
ओ मज रे मेवाड माही,
सांवरो बिराजे,
नर और नारी,
दाता गीत थारा गावे,
थारे शरना में आया सुख पावेला,
थारा दर्शन भोला,
भक्त ने दीजो मारा सांवरा।।
ओ मोर मुकुट पीतांबर सोए,
गले बेजंती माला सोए सावरा,
ओ थाकी दाडी माही,
हीरो चमके सांवरा,
थारा दर्शन भोला,
भक्त ने दीजो मारा सांवरा।।
ग्यारस को सावरा मेलो भारी लागे,
लाख करोड़ थाके चढ़ावों आवे,
ओ था तो देवोनी माने,
छत फाड़ ने,
थारा दर्शन भोला,
भक्त ने दीजो मारा सांवरा।।
बाई भुजा पे थारे बजरंग बाला,
दाई भुजा पे थारे शंकर भोला,
ओ थारे सन्मुख बैठी है,
माता कालका,,
थारा दर्शन भोला,
भक्त ने दीजो मारा सांवरा।।
ओ गड रे चित्तौड़ माई मंदिर भारी,
दर्शन पावे सावरा नर और नारी,
अर्जुन जाट सावरा महिमा थारी गावे,
नाडा खेड़ा सु अरज लगावे,
थाके चरणा माही,
जमनो सुख पावेला,
थारा दर्शन भोला,
भक्त ने दीजो मारा सांवरा।।
थारो काई बिगड़ेला मारा सांवरा,
थारा दर्शन भोला,
भक्त ने दीजो मारा सांवरा।।
गायक – पूरण जी गुर्जर / अर्जुन सांवलिया जी।
प्रेषक – अर्जुन चौधरी।
9782612516








