सपने में आया श्याम,
धीरे धीरे,
मुरली बजाई उसने,
धीरे धीरे,
तेरी मुरलिया दिल ले गई,
तेरी मुरलिया दिल ले गई।bd।
तर्ज – तेरी चुनरिया दिल ले गई।
रोज रोज सपने में आता है,
मुरली मधुर बजाता है,
वही तो कान्हा कन्हैया है,
सखियों को वही रिझाता है,
मेरे प्यारे मोहन,
मेरे प्यारे किशन,
मेरे प्यारे नटवर,
मेरे प्यारे सोहन,
दिल को चुराया उसने,
धीरे धीरे,
बईया मरोड़ी उसने,
धीरे धीरे,
तेरी मुरलिया दिल ले गई,
तेरी मुरलिया दिल ले गई।bd।
मोरे मुकुट छवि प्यारी है,
कांधे कमलिया निराली है,
तू ही तो छेल बिहारी है,
तू ही तो बांके बिहारी है,
कैसा जादू किया,
दिल मेरा क्यों लिया,
मैंने आंखों में तुझको,
बसा यूं लिया,
माखन चुराया उसने,
धीरे धीरे,
मटकिया फोड़ी उसने,
धीरे धीरे,
तेरी मुरलिया दिल ले गई,
तेरी मुरलिया दिल ले गई।bd।
सपने में आया श्याम,
धीरे धीरे,
मुरली बजाई उसने,
धीरे धीरे,
तेरी मुरलिया दिल ले गई,
तेरी मुरलिया दिल ले गई।bd।
गायक – राजेश गौतम।
प्रेषक – आशीष सोनी।