आ जाओ बजरंग बाला,
मेरे मकान में।
श्लोक – मनोजवं मारुततुल्यवेगं,
जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं,
श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये।।
आ जाओ बजरंग बाला,
मेरे मकान में,
तेरी फररर झंडी लहरे,
सारे जहान में,
आ जाओं बजरंगबाला,
मेरे मकान में,
तेरी ज्योत जगा के बैठा हूँ,
मैं तेरे ध्यान में,
हो तेरा सुन्दरकाण्ड कराऊँ,
मेरे मकान में।bd।
तेरा नाम जपूँ मैं कबसे,
ओ बाबा बजरंगी,
ओ बाबा बजरंगी,
ये जीवन है तेरे रंग में,
रंग डाला बजरंगी,
रंग डाला बजरंगी,
खोया खोया रहता हूँ,
मैं तेरे ध्यान में,
तेरी ज्योत जगा के बैठा हूँ
मैं तेरे ध्यान में।bd।
मेहंदीपुर में रहने वाले,
मेरे घर भी आ जाओ,
मेरे घर भी आ जाओ,
ओ दीन दुखी के दाता,
मेरी किस्मत चमकाओ,
मेरी किस्मत चमकाओ,
खुशियों के ढेर लगे है,
मेरे मकान में,
तेरी ज्योत जगा के बैठा हूँ
मैं तेरे ध्यान में।bd।
संकट मोचन तूने सुनी,
सदा ही भक्तों की,
सदा ही भक्तों की,
पार लगाई बाबा,
तूने नैया संतो की,
तूने नैया संतो की,
क्या टेर गई ना भक्तों की,
तेरे उस कान में,
तेरी ज्योत जगा के बैठा हूँ
मैं तेरे ध्यान में।bd।
आ जाओ बजरंगबाला,
मेरे मकान में,
तेरी फररर झंडी लहरे,
सारे जहान में,
आ जाओं बजरंगबाला,
मेरे मकान में,
तेरी ज्योत जगा के बैठा हूँ
मैं तेरे ध्यान में,
हो तेरा सुन्दरकाण्ड कराऊँ,
मेरे मकान में।bd।
गायक – भानु प्रताप सिंह।
देखे – कीर्तन में अब रंग बरसने वाला है।
आजा आजा हनुमान संकट मोचन तेरो नाम।