हाथ कभी देखे नहीं फिर भी सर पे फिराता है लिरिक्स
हाथ कभी देखे नहीं, फिर भी सर पे फिराता है, पांव कभी देखे नहीं, फिर भी दौड़ा आता है, हर ...
Read moreDetailsहाथ कभी देखे नहीं, फिर भी सर पे फिराता है, पांव कभी देखे नहीं, फिर भी दौड़ा आता है, हर ...
Read moreDetailsउद्धार करो भगवान, तुम्हरी शरण पड़े। चौपाई - सियाराम मय सब जग जानी, करहुं प्रणाम जोरि जुग पानी। जपहि नाम ...
Read moreDetailsबिजासन एक आसरो, थारो ही तो नाम। दोहा - इन्द्रगढ़ बिजासणा, माँ बरवाड़ा में चौथ, ऊँपर माल मे जोगणिया, मैया ...
Read moreDetailsबनभोरी आली मैया नै, झुलाया पलणा, आश ना थी खेलण की, खिलाया ललणा।। होये बावले फिरया करैं थे, घुट घुट ...
Read moreDetailsसिया जी बहिनिया हमार हो, राम लगिहै पहुनवा, राम लगिहे पहुनवा।। मिथिला के नाता से, सिया जी बहिनिया, सिया जी ...
Read moreDetailsहमें रास्तो की जरूरत नहीं है, हमें तेरे पैरों के निशान मिल गये है।। तर्ज - सागर किनारे। तुम ही ...
Read moreDetailsतेरी खाटू नगरी, सपनों में दिखती है, ऐसी किस्मत बाबा, किस्मत से मिलती है।bd। तर्ज - सावन का महीना। सपनों ...
Read moreDetailsओ बाबा करम कर, करम की घड़ी है, मेरी जिंदगी, हाथ जोड़े खड़ी है, जीवन की नैया, भंवर में फंसी ...
Read moreDetailsजाने वो कौन सी घड़ी थी, दोहा - दशरथ नंदन राम, वन को जावत है, इक्ष्वाकु वंश कहावत, पितु का ...
Read moreDetailsमेरी परछाई बनकर, मेरे साथ वो चलता है, वो बाबोसा चूरूवाला, मेरे दिल में रहता है।। तर्ज - एक प्यार ...
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