मना भाई आजा गेले गेले,
उपट पाट गणों मत डोले,
शरणों गुरु जी को लेले।।
पेड़ पकड़ कर ऊंचों चढ़ जा,
राम जकोलो लेले,
पान पान पर खेल खेल ले,
फुल बासना लेले।।
संगत करे कोयल की कर ले,
कागा के संग मत डोले,
कोयल तो बागा में बोले,
कागो घर घर डोले।।
संगत करे हंसला की कर ले,
बगुला के संग मत डोले,
हंसलो तो मोतीडा चुगे,
बगुलों मछलियां जेले।।
संगत करे सुगरा की कर ले,
नुगरा के संग मत डोले,
सुगरो तो सत्संग में बोले,
नुगरो नरक में डोले।।
पदम् गुरु परवानी मीलिया,
लाडू जी हिरदा में डोले,
गुर्जर गरीबी में कनीराम जी बोले,
हरि भज लावो लेले।।
मना भाई आजा गेले गेले,
उपट पाट गणों मत डोले,
शरणों गुरु जी को लेले।।
गायक – चम्पा लाल प्रजापति।
मालासेरी डूंगरी 8947915979