जिंदगी है मगर पराई है गजल लिरिक्स
जिंदगी है मगर पराई है, दोहा – किचस मेहरबा नसीब से देखो, या निगाहें अजीब से देखो, दूर से क्या समझ में आएगा, …
जिंदगी है मगर पराई है, दोहा – किचस मेहरबा नसीब से देखो, या निगाहें अजीब से देखो, दूर से क्या समझ में आएगा, …