तुमने लाखों की किस्मत सँवारी भजन लिरिक्स
तुमने लाखों की किस्मत सँवारी, अब संवरने की बारी हमारी, तेरी चौखट पे जो भी झुका है, उसको दुनिया ने सर पे रखा …
तुमने लाखों की किस्मत सँवारी, अब संवरने की बारी हमारी, तेरी चौखट पे जो भी झुका है, उसको दुनिया ने सर पे रखा …