चल दिए कन्हैया कहाँ राधा को छोड़कर लिरिक्स
पल भर में सारे रिश्ते, नातों को तोड़ कर, चल दिए कन्हैया कहाँ, राधा को छोड़कर।। निंदिया उड़ाई मेरी, चैन को चुराया क्यों, …
पल भर में सारे रिश्ते, नातों को तोड़ कर, चल दिए कन्हैया कहाँ, राधा को छोड़कर।। निंदिया उड़ाई मेरी, चैन को चुराया क्यों, …