जियो रे डोकरा निर्वाणी रे बाबा निर्वाणी भजन लिरिक्स
जियो रे डोकरा निर्वाणी रे बाबा निर्वाणी रे, श्लोक – भस्मी रमावत अंग शिवजी, थारी जटा में बह रही छे गंग, संग भूतन …
जियो रे डोकरा निर्वाणी रे बाबा निर्वाणी रे, श्लोक – भस्मी रमावत अंग शिवजी, थारी जटा में बह रही छे गंग, संग भूतन …