विविध भजन एक तिनके के जैसा बिखर जाएगा भजन लिरिक्स Posted on 28/04/2020 | by Shekhar Mourya एक तिनके के जैसा, बिखर जाएगा, पाप करते हो जिस, ज़िंदगी के लिए, शाम होते ही सूरज, भी ढल जाएगा, […]