धन जोबन और काया नगर की कोई मत करो रे मरोर लिरिक्स
धन जोबन और काया नगर की, कोई मत करो रे मरोर।। क्यूँ चले से आंगा पांगा, चिता बिच तने धर देंगे नंगा, एक …
धन जोबन और काया नगर की, कोई मत करो रे मरोर।। क्यूँ चले से आंगा पांगा, चिता बिच तने धर देंगे नंगा, एक …