भोले ऐसी भांग पिला दे जो तन मन में रम जाए लिरिक्स
भोले ऐसी भांग पिला दे, दोहा – शिव समान दाता नहीं, है ये देवों के है देव, भक्तों के हित विष पिया, कहलाए …
भोले ऐसी भांग पिला दे, दोहा – शिव समान दाता नहीं, है ये देवों के है देव, भक्तों के हित विष पिया, कहलाए …