अमरलोक से चली भवानी माँ गोरख छलवा आई सा लिरिक्स
अमरलोक से चली भवानी माँ, गोरख छलवा आई सा, आओ म्हारी माता, आओ म्हारी जरणी, इण गत निन्द्रा त्यागी।। कोण […]
अमरलोक से चली भवानी माँ, गोरख छलवा आई सा, आओ म्हारी माता, आओ म्हारी जरणी, इण गत निन्द्रा त्यागी।। कोण […]