आंख्या देखो भाईड़ा कानों री खिड़कियां खोलो रे लिरिक्स
आंख्या देखो भाईड़ा, दोहा – तपस्या बरस हजार री, सत्संगत पल एक, तो भी बराबर नहीं तुले, सुखदेव कियो विवेक। […]
आंख्या देखो भाईड़ा, दोहा – तपस्या बरस हजार री, सत्संगत पल एक, तो भी बराबर नहीं तुले, सुखदेव कियो विवेक। […]