हे आनंदघन मंगलभवन नाथ अमंगलहारी भजन लिरिक्स
हे आनंदघन मंगलभवन, नाथ अमंगलहारी, हम आए शरण तुम्हारी, रघुवर कृपाल प्रभु प्रनतपाल, अब राखो लाज हमारी, हम आए शरण ...
हे आनंदघन मंगलभवन, नाथ अमंगलहारी, हम आए शरण तुम्हारी, रघुवर कृपाल प्रभु प्रनतपाल, अब राखो लाज हमारी, हम आए शरण ...
सर्वश्रेष्ठ हिंदी भजन लिरिक्स वेबसाइट ‘भजन डायरी’ पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। यहाँ पर आप सभी प्रकार के भजनों के हिंदी लिरिक्स और वीडियो देख सकते है। जय श्री कृष्णा !
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