सगराम दासजी महाराज की कुंडलीया लिरिक्स
सगराम दासजी महाराज की कुंडलीया, दोहा – भक्त बीज पलटे नही, और जो जुग जाये अनंत, ऊंच नीच घर अवतरे, वो रहे संत …
सगराम दासजी महाराज की कुंडलीया, दोहा – भक्त बीज पलटे नही, और जो जुग जाये अनंत, ऊंच नीच घर अवतरे, वो रहे संत …