कृष्ण भजनसौरभ मधुकर वाह रे वाह रे साँवरिया थारी लीला समझ ना आवे लिरिक्स Posted on 10/01/201919/12/2019 | by Shekhar Mourya वाह रे वाह रे साँवरिया, थारी लीला समझ ना आवे, छोड़ के छप्पन भोग खीचड़ो, छोड़ के छप्पन भोग खीचड़ो, […]