मैं तो हवा हूँ किस तरह पहरे लगाओगे लिरिक्स
मैं तो हवा हूँ किस तरह, पहरे लगाओगे। दोहा – मेरा फन मेरी आवाज, मेरे तेवर लेजा, सब का सब अपनी ही, जागीर …
मैं तो हवा हूँ किस तरह, पहरे लगाओगे। दोहा – मेरा फन मेरी आवाज, मेरे तेवर लेजा, सब का सब अपनी ही, जागीर …