मैं आरती तेरी गाँउ ओ केशव कुञ्ज बिहारी लिरिक्स
मैं आरती तेरी गाँउ, ओ केशव कुञ्ज बिहारी, मै नित-नित शीश नवाऊ, ओ मोहन कृष्ण मुरारी।। है तेरी छवि अनोखी, ऐसी ना दूजी …
मैं आरती तेरी गाँउ, ओ केशव कुञ्ज बिहारी, मै नित-नित शीश नवाऊ, ओ मोहन कृष्ण मुरारी।। है तेरी छवि अनोखी, ऐसी ना दूजी …