मूल महल में बसे गजानन नित उठ दर्शन पाता
मूल महल में बसे गजानन, नित उठ दर्शन पाता। दोहा – सुंडाला दुःख भंजना, सदा निवाला वेश, सारो पहला सुमरिये, गवरी नन्द गणेश। …
मूल महल में बसे गजानन, नित उठ दर्शन पाता। दोहा – सुंडाला दुःख भंजना, सदा निवाला वेश, सारो पहला सुमरिये, गवरी नन्द गणेश। …