जब जब मेरा मन घबराता खाटु श्याम भजन लिरिक्स
जब जब मेरा मन घबराता, मुझे कुछ भी समझ नहीं आता, अपनों को ना मैं सुहाता, मैं उनपे बोझ बन जाता, ये आता …
जब जब मेरा मन घबराता, मुझे कुछ भी समझ नहीं आता, अपनों को ना मैं सुहाता, मैं उनपे बोझ बन जाता, ये आता …