जबसे निहारा रूप तुम्हारा लगता नहीं है प्यारा कोई लिरिक्स
जबसे निहारा रूप तुम्हारा, लगता नहीं है प्यारा कोई, कैसे बताए तुझको कन्हैया, मिलने को आँखे कितनी है रोई।। तर्ज – चाँद सी …
जबसे निहारा रूप तुम्हारा, लगता नहीं है प्यारा कोई, कैसे बताए तुझको कन्हैया, मिलने को आँखे कितनी है रोई।। तर्ज – चाँद सी …