भूल गए बनवारी लौट कब आओगे भजन लिरिक्स
भूल गए बनवारी, लौट कब आओगे। दोहा – बनकर मेरा साया, मेरा साथ निभाना, मैं जहाँ जहाँ जाऊं, तुम वहीँ वहीँ आना, साया …
भूल गए बनवारी, लौट कब आओगे। दोहा – बनकर मेरा साया, मेरा साथ निभाना, मैं जहाँ जहाँ जाऊं, तुम वहीँ वहीँ आना, साया …