भरती होजा रे सत्संग में थारो भाग खुलेला रे लिरिक्स
भरती होजा रे सत्संग में, थारो भाग खुलेला रे।। जनम मरण को देश परायो, मृत्यु वेला रे, सुंदर काया कंचन थारी, छोड़ चलेला …
भरती होजा रे सत्संग में, थारो भाग खुलेला रे।। जनम मरण को देश परायो, मृत्यु वेला रे, सुंदर काया कंचन थारी, छोड़ चलेला …