गिनगिन कर तुझे स्वाँस मिली है भजन लिरिक्स
गिनगिन कर तुझे स्वाँस मिली है, बृथा इन्हे क्यो खोए, करले भजन मन मेरे, दिन रह गए थोड़े।। तर्ज – लिखने वाले ने …
गिनगिन कर तुझे स्वाँस मिली है, बृथा इन्हे क्यो खोए, करले भजन मन मेरे, दिन रह गए थोड़े।। तर्ज – लिखने वाले ने …